इमली के लाभ की बात करें तो इमली citric acid और tartaric acid से भरपूर होती है, जो इसे इसका अनोखा स्वाद देते हैं। इसमें potassium, malic acid, sugar, choline, riboflavin, thiamine, zinc, sodium, और dietary fiber जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, साथ ही इसमें कई insoluble components भी होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। कच्ची अवस्था में इमली का स्वाद थोड़ा bitter और भारी होता है, लेकिन जब यह परिपक्व होती है, तो पेड़ पर उगने वाले red-yellow flowers स्वादिष्ट फलों में बदल जाते हैं। इमली में मौजूद ये nutritional elements इसे पाक और औषधीय उपयोगों के लिए एक मूल्यवान फल बनाते हैं।

Benefits of Benefits | इमली के 11 चमत्कारी लाभ
इमली भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा रहा है। चाहे वो इमली की चटनी हो, इमली का अचार हो या फिर इमली की मिठाई, ये हर किसी की जुबान पर रस घोल देती है। खट्टी-मीठी इमली न सिर्फ स्वाद के लिए बल्कि अपने औषधीय गुणों के लिए भी मशहूर है। इमली में मौजूद विटामिन और मिनरल्स हमारे शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। आइये आपको इमली के 10 चमत्कारी लाभ बताते है । अब इमली के लाभ :
1. Improves Digestion (पाचन सुधार में इमली के लाभ )
इमली में मौजूद एसिड पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह कब्ज, अपचन और पेट की अन्य समस्याओं से राहत दिलाता है।
2. Aids in Weight Loss (वजन घटाने में में इमली के लाभ)
इमली में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराती है। यह वजन घटाने में मदद कर सकता है।
3. Boosts Immunity (रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में इमली के लाभ)
इमली में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
4. Heart Health (हृदय के लिए में इमली के लाभ)
इमली में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय रोगों के खतरे को कम करने में मदद करते हैं। यह रक्तचाप को नियंत्रित रखने में भी मदद करता है।
5. Skin and Hair Care (त्वचा और बालों के लिए में इमली के लाभ)
इमली में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह मुहांसों और अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है।
6. सिर दर्द के लिए
हल्का या तेज़ सिरदर्द होने पर 5-10 ग्राम इमली को एक गिलास पानी में भिगो दें। जब यह गूदादार और घुलनशील हो जाए, तो इसे मसलकर छान लें। इसमें 2-4 चम्मच चीनी मिलाकर रोगी को दिन में दो बार दें।
7. गले की सूजन लिए
ग्रसनीशोथ; जिसे गले की सूजन के रूप में भी जाना जाता है, गले का विकार है। इसके लिए 5 ग्राम इमली को 2 लीटर पानी में उबालें। पानी आधा रह जाने तक पकाएं; इसमें 10 मिली शुद्ध गुलाब जल मिलाएं और घोल को छान लें। इसी घोल से गरारे करें; इससे गले में होने वाली सूजन ठीक हो जाती है।
8. दस्त के लिए
दस्त होने पर 10-15 इमली के पत्तों को 500 मिली पानी में तब तक उबालें जब तक पानी एक चौथाई न हो जाए। इसे रोगी को दें, इससे दस्त में आराम मिलता है। 15 ग्राम इमली के बीजों के छिलके को 6 ग्राम जीरा और मुट्ठी भर गुड़ के साथ पीस लें। अच्छी तरह से मिला लें और इस चूर्ण को 1-1 चम्मच की मात्रा में दिन में दो या तीन बार रोगी को दें। एक पुराने इमली के पेड़ की छाल और आधी मात्रा में काली मिर्च लें। दोनों को मक्खन में मिलाकर मटर के आकार की गोलियां बना लें। इसे दिन में तीन बार दें, इससे पुराना दस्त और अपच भी ठीक हो जाता है।
9. तेज बुखार
अगर बुखार बहुत तेज हो जाए तो 25 ग्राम इमली को रात भर एक गिलास पानी में भिगो दें। अगले दिन घोल को छान लें और उसमें ईसबगोल का चूर्ण मिला दें। यह घोल रोगी को दिन में दो बार दें।
10. लू लगना
गर्मी बहुत तेज चल रही है और गर्मी के मौसम में फ्लू की संभावना काफी हद तक बढ़ गई है। लू लगने पर इमली बहुत कारगर है। इसके फल को ठंडे पानी में पीसकर माथे पर लगाएं। इससे बेहोशी और लू लगना ठीक हो जाता है। पकी हुई इमली को पानी में पीसकर उसमें कपड़ा भिगो लें, अब इसे पूरे शरीर पर मलें। इससे लू लगने का असर कम होता है।
11. मूत्र संबंधी विकार के लिए
125 ग्राम इमली के बीजों को 250 मिली दूध में भिगो दें। 3 दिन बाद छिलका उतारकर पीस लें। इस घोल की 6 ग्राम मात्रा दिन में दो बार पानी या गाय के दूध के साथ दें। यह मूत्र संबंधी विकारों को ठीक करने में बहुत मददगार है।
तो ये थे इमली से होने वाले 11 चमत्कारी लाभ। इमली का इस्तेमाल आमतौर पर सभी लोग करते हैं पर हममें से बहुत कम लोग इसके चमत्कारी और उपचार करने वाले गुणों के बारे में जानते हैं।